Category Archives: About Book

मिथिला पारिजात मञ्जरी

      लेखक :  डॉ. रंगनाथ दिवाकर  डाॅ. रंगनाथ दिवाकर बिहार प्रशासनिक सेवामे अनेक उच्च पद सभकेँ सुशोभित करैत अपर सचिव रूपमे सेवानिवृत्त भेल छथि। ‘ब्रह्मभट्ट वैभव’, ‘सहदेव सुषमा : पं. सहदेव झा स्मृति ग्रंथ’, ‘मधुबनी दर्पण’, ‘विरासत मधुबनी’, समस्तीपुर जिला गजेटियर ‘समेटियर’, ‘विरासत मुजफ्फरपुर’, श्री विजय ना. मिश्र ‘प्रवासी साहित्यालंकार’क एकमात्र काव्य संकलन ‘प्रवासी […]

महाकविक महाप्रयाण

  लेखक :  डॉ. रंगनाथ दिवाकर  डाॅ. रंगनाथ दिवाकर बिहार प्रशासनिक सेवामे अनेक उच्च पद सभकेँ सुशोभित करैत अपर सचिव रूपमे सेवानिवृत्त भेल छथि। ‘ब्रह्मभट्ट वैभव’, ‘सहदेव सुषमा : पं. सहदेव झा स्मृति ग्रंथ’, ‘मधुबनी दर्पण’, ‘विरासत मधुबनी’, समस्तीपुर जिला गजेटियर ‘समेटियर’, ‘विरासत मुजफ्फरपुर’, श्री विजय ना. मिश्र ‘प्रवासी साहित्यालंकार’क एकमात्र काव्य संकलन ‘प्रवासी प्रतिबिम्ब’, ‘भामती’ […]

आब कतेक चुप रहू : दीप नारायण – बाकी

देशक भविष्य गेटक-गेट किताप आनि इंग्लिश मिडियमक कहैत छथि पिता… बौआकेँ डॉक्टर बनेबाक अछि आ माय इंजीनियर। सम्हारति पीठ पर बस्ता मुहचूरू भेल विद्यालयक फील्डमे खहरैत बेदराकेँ देख… हमरा होइए, देशक भविष्यकेँ एखन कनेक आओर खेलबाक चाही माटिमे।   घृणा आ प्रेम प्रेम चाही घृणा चाही जे पनुघैत छैक स्वतः कोनो गन्हाएल प्रयोगशालामे कृत्रिम विधिसँ […]

आब कतेक चुप रहू : दीप नारायण

मधुबनी जिलाक भटचौड़ा गामक श्री रामपुकार मंडलक सुपुत्र प्राथमिक लेखन दीप नारायण विद्यार्थीक नामसँ कएनिहार दीप नारायण (15 फरवरी 1984), गजल विधापर साहित्य अकादेमी युवा पुरस्कार पओनिहार मैथिलीक पहिल कवि/लेखक छथि। ई गजलक संगहि कविता, गीत, लघुकथा, आलेख, यात्रा-संस्मरण आदिमे सेहो निरन्तर कलम चलबैत आएल छथि। लोक आ समाजसँ गहीँर सम्बन्ध रखनिहार युवा कवि दीप […]

तिलकेश्वर धाम : एक अध्ययन यात्रा – डाॅ. रंगनाथ दिवाकर

तिलकेश्वर धाम : एक अध्ययन यात्रा  — डाॅ. रंगनाथ दिवाकर M – 8709610336 इमेल – [email protected] भाइजी श्री राजीव लोचन चौधरीक 97 वर्षीय माता सविता चौधराइनक श्राद्धमे गाम गेल छलहुँ। ओतहिसँ बाबा तिलकेश्वरनाथ महादेवक दर्शन केर योजना बनल। कतेक दिनसँ एकर कार्यक्रम बनैत छल मुदा सफलीभूत नहि होइत छल। एहि बेर जेना तिलकेश्वरनाथ कृपा कऽ […]

मिथिला-मैथिली आन्दोलन : इतिहास आओर दशा-दिशा : डॉ. रंगनाथ दिवाकर

अपन भृंगदूत काव्यमे भगवान् श्रीकृष्णक मुखारविन्दसँ सत्यभामाकेँ मिथिलाक विषयमे कवि गंगानन्द कहने छथि. यत्र विज्ञ वदनेषु दर्पिता नृत्यति प्रतिगृहं सरस्वती अर्थात् मिथिलाक प्रत्येक घरमे सरस्वती सोल्लास नृत्य करैत छथि। जाहि ठाम घर-घरमे सरस्वतीक वास हो, जतऽ केर आम लोक व्यवहार धर्मक मानदंड मानल जाइत हो- धर्मस्य निर्णयो ज्ञेयः मिथिला व्यवहारतः; जतए याज्ञवल्क्य, गार्गी, मैत्रेयी, कालिदास, […]